आइए आज मैं फिर आपसे रूबरू हो रहा हूं इन पंक्तियों के साथ...
जिसने दिलों को जीतने का फन सीख लिया ,उसने जिंदगी को जीना सीख लिया,
उतार-चढ़ाव आते कई ,मगर जिसने संभलना सीख लिया,उसने जिंदगी को जीना सीख लिया।
दे सको अगर किसी को कुछ तो इतनी मदद करना मेरे यार, उसके उठकर खड़ा होने में प्रोत्साहन के केवल शब्द ही काफी है। शब्दों से न खेलना कभी, क्योंकि दिल है कि सब जानता है, पद लेता वह बात सभी ,कही अनकही भी दिल पढ़ लेता है।
खुशबू का झोंका है भीतर रूह में ,सागर अनंत विशाल है। गोता जिसने भीतर लगा लिया मानव जीवन का अमर तत्व पा लिया।
हो सकता है मैं भावों में गहरा उतर गया हूँ, पर वही अनुभूति जो स्वयं में पाता है उसी की बात तो आप सभी से साझा करना चाहता है।
रिश्ते बड़े नाजुक होते हैं उन्हें संभाल कर रखना, एक बार बिखर जाए तो हाथ नहीं आते। जब भी बारी आये तुम्हारी सँभल कर सोचना कोई कदम उठाने से पहले किसी के दिल को चोट न पहुंचाना कभी।
जिंदगी का फ़लसफ़ा बस इतना ही है, जियो इसे प्यार से,कुछ मित्र जीवन में चुनो, उनसे रिश्तो को बुनो।
मित्र वह जो आपको आपकी सभी अच्छाई-बुराई के साथ अपना सकें,सामने आपके दर्पण रखने का साहस कर सकें, सच्चाई से आपको रूबरू करें, जीवन में संघर्ष करने की हौसला अफजाई करें।
उठ कर खड़े हो जाओ, दिलों को जीतने का मंत्र बता रहा हूँ। किसी के लिए कुछ कर जाओ बगैर स्वार्थ के वह अपने आप जुड़ता चला जाएगा, एहसान उस परम-पिता का मानिये, खूबसूरत सा जीवन उसने दिया। फूलों की खुशबू बिखेरते जाइए, रिश्तो की महक बन जाइए, संघर्षमय होता जीवन, तब और भी निखरता है आदमी।
जिसने लोगों के दिलों को जीतना सीख लिया मानो जिंदगी को जीना सीख लिया।
मेरे नौजवान साथियों को एक ही संदेश कभी हार न मानना,कोशिश जरूर कामयाब होती है।
जब भी आपको कोई परेशानी हो मेरे इस "प्रवाह" में आ जाना, जितने भी मोती है ढूंढे इस जीवन यात्रा में आपको दे दूंगा। जो आपके किसी भी काम आ सका धन्य इस जीवन को समझूंगा।
जरुर लिखें अपनी प्रतिक्रियाएं, हाँ कभी-कभी भावनाओं में बह जाता हूँ, मगर सच मानिए, दिल से आप सभी का भला चाहता हूँ।
अपने सपनों की उड़ान भरिये
आपका अपना
सदैव हितेषी
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